हर तरफ शोर है
मित्रता दिवस पर जोर है
फेसबुक के कारण फैला
वायरस ये चारो ओर है ||
हजारो मित्र बनाते है
कितनो को छू पाते है ?
नाम ही सिर्फ नाम को
पंक्तियों में नजर आते है ||
मित्रता के नाम पर
नामो का आना जाना है
आज चार आये अगर तो
कल को छह ने जाना है ||
कितने होंगे मित्र ऐसे
जो दिल तक जुड़ पाते है ?
आते है जो एक बार वो
कभी नही फिर जाते है ||
मित्रता का दायरा
बढ़ गया इस कदर
फेसबुक छा गया
हर किसी के जीवन पर||
बुरा ना इसको मानो साथी
बहुत कुछ ये देता है
भूले बिसरे बिछड़ो को
पलभर में मिला देता है ||
जुड़ जाते कुछ ऐसे जैसे
जीवन भर का नाता हो
खुशियाँ उनपर बलिहारी
जिन्हें साथ निभाना आता हो ||
मित्र और मित्रता का
सबसे ऊँचा स्थान
सुखी सदा हर मित्र रहे
मित्रता का यही ज्ञान ||
No comments:
Post a Comment