दर्द दवा बन जाता है हद से गुजर जाने के बाद
इंतजार सजा बन जाता है वक़्त गुजर जाने के
इंतजार सजा बन जाता है वक़्त गुजर जाने के
गुजर रही है जिन्दगी तुझे पाने की चाह में
यु ही गुजर जायेगी जिन्दगी तुझे पाने की चाह में ||
यु ही गुजर जायेगी जिन्दगी तुझे पाने की चाह में ||
खूब गरज के बादल बरसे सखियन हो गयी सराबोर
मेरे बादल दूर तलक ना, सूखा पड़ा है चारो ओर
मेरे बादल दूर तलक ना, सूखा पड़ा है चारो ओर
ऐसी मार पड़ी सूखे की चटक चटक रिसता है लहू
कौन संदेसा ले के जावे किस से दिल की बात कहू ||
कौन संदेसा ले के जावे किस से दिल की बात कहू ||
वो समझते नही जज्बात हमारे
हम बैठे रहे बस उनके सहारे||
हम बैठे रहे बस उनके सहारे||
मजबूर हो गये है तेरी मोहब्बत में इस कदर
जहर है फिर भी पिए जा रहे है||
जहर है फिर भी पिए जा रहे है||
मोहब्बत का दस्तूर है
जानता है बेवफा हो
फिर भी दिल मजबूर है||
जानता है बेवफा हो
फिर भी दिल मजबूर है||
दे दी है तूने मुझे खुशियाँ दोनों जहान की
ज़मीन से भी जोड़ा है उंचाई दी आसमान की||
ज़मीन से भी जोड़ा है उंचाई दी आसमान की||
तुमसे ही साँसे चलती है तुमसे ही धडकता है ये दिल
कदमो में पड़ा है दिल मेरा हम हो ना सके तेरे काबिल||
कदमो में पड़ा है दिल मेरा हम हो ना सके तेरे काबिल||
खुबसूरत है वो पल जिनमे तुम साथ हो
जिन्दगी है मुकम्मल हाथो में तेरे मेरा हाथ हो
जिन्दगी है मुकम्मल हाथो में तेरे मेरा हाथ हो
बिन तेरे सांस भी आती नही और आस भी जाती नही
मर चूका हु अरसा हुए पर मौत ले जाती नही||
मर चूका हु अरसा हुए पर मौत ले जाती नही||
मजबूर हु इस कदर, दिल पे जोर चलता नही
कदमो तले है दिल मेरा, दिल तेरा पिघलता नही ||
कदमो तले है दिल मेरा, दिल तेरा पिघलता नही ||
जब भी सोचा कल का सोचा, आज को कभी जिया ही नही
जब भी था आज ही था, कल तो कभी आया ही नहीं||
जब भी था आज ही था, कल तो कभी आया ही नहीं||
कहना सुनना तो कुछ ना था किसी से
ना जाने हिचकियाँ क्यों कर आती है इतनी||
ना जाने हिचकियाँ क्यों कर आती है इतनी||
साया सा साथ में चलता है
अहसास तुम्हारी चाहत का||
अहसास तुम्हारी चाहत का||
साँसों का बोझ है निभाना फिर भी रोज है
कहाँ छुपी है जिन्दगी आज तक तेरी खोज है||
कहाँ छुपी है जिन्दगी आज तक तेरी खोज है||
जो वो खुश रह ले तो हमें किस बात का गम
हमसे वो ना सही पर उनसे तो है हम||
हमसे वो ना सही पर उनसे तो है हम||
नश्तर सी चुभती है तेरी खामोश मोहब्बत
इजहार किया होता तो नजरअंदाज कर देते||
इजहार किया होता तो नजरअंदाज कर देते||
वही कल का फ़साना था वही में आज करती हु||
गर तू मगरूर है तो मजबूर हम भी नहीं
तेरे नाम पे मरेंगे और तुझे खबर न होगी||
तेरे नाम पे मरेंगे और तुझे खबर न होगी||
प्यार मोहब्बत के मायने बदल गये
हमें देखकर तो आईने बदल गये||
हमें देखकर तो आईने बदल गये||
अंधेरो में भटक गया हु डर है रास्ता ना भटक जाऊ
एक दिया मोहब्बत का जला दो कि में मंजिल पा जाऊ||
एक दिया मोहब्बत का जला दो कि में मंजिल पा जाऊ||
तन्हाई के आगोश में कभी किस्मतवाले नही होते
दिल जलाकर भी यहाँ मोहब्बत के उजाले नही होते||
दिल जलाकर भी यहाँ मोहब्बत के उजाले नही होते||
वो समझ ना सके या हम समझा ना सके
गीली लकड़ी सा सुलगता रहा रिश्ता हमारा||
गीली लकड़ी सा सुलगता रहा रिश्ता हमारा||
कुछ खो सा गया है जाने क्या हो गया है
दूर से आती अपनी आवाज है आज खुद को खुद की तलाश है||
दूर से आती अपनी आवाज है आज खुद को खुद की तलाश है||
कुछ तो था उनकी बातो का असर यु ही तो नींदे हरम ना थी
उनसे मिलने से पहले यक़ीनन नीयत हमारी बदनाम ना थी||
उनसे मिलने से पहले यक़ीनन नीयत हमारी बदनाम ना थी||
पाना तुम्हे नामुमकिन ही सही पाने को दिल मचल जाता है
आसान हो गर जिन्दगी तो फिर जीने का मज़ा कहाँ आता है||
आसान हो गर जिन्दगी तो फिर जीने का मज़ा कहाँ आता है||
दर्द तेरे ना होने की सजा है दर्द मेरे जीने की वजह है
दर्द के रिश्ते होते है बड़े गहरे दर्द में जीने का अपना मज़ा है||
दर्द के रिश्ते होते है बड़े गहरे दर्द में जीने का अपना मज़ा है||
तुम मेरे दिन तुम मेरी रात तुम मेरी धड़कन तुम जज्बात
तुम मेरी साँसों की सौगात तुम मेरी आस्था तुम विश्वास||
तुम मेरी साँसों की सौगात तुम मेरी आस्था तुम विश्वास||
कैसी ये ख़ामोशी है कैसा ये सन्नाटा है
इस तन्हाई से दिल बच्चे सा डर जाता है||
इस तन्हाई से दिल बच्चे सा डर जाता है||
नजरो से दूर क्या हुए दिलो में दूरियाँ आ गयी
ना जाने कौन घडी तन्हाइयां घर बना गयी||
ना जाने कौन घडी तन्हाइयां घर बना गयी||
यु तो मुझे कोई गम नही लेकिन यादो का कोई मौसम नही
ये यादें मुझे अक्सर तोड़ जाती है रोने के लिए अकेला छोड़ जाती है||
ये यादें मुझे अक्सर तोड़ जाती है रोने के लिए अकेला छोड़ जाती है||
हर मौका वो ख़ास हो तुम जब आस पास हो
तुम मेरी जीने की आशा तुम मेरी अरदास हो||
तुम मेरी जीने की आशा तुम मेरी अरदास हो||
वक़्त बदला हालात बदले जैसे दिन और रात बदले
इन आँखों ने देखा कैसे अपनों के जज्बात बदले||
इन आँखों ने देखा कैसे अपनों के जज्बात बदले||
तुम काँटा बन के सहेज लेते मै गुलाब बनके खिल जाती
तुम बादल बन जाते हमदम मै बूंद बनके बरस जाती||
तुम बादल बन जाते हमदम मै बूंद बनके बरस जाती||
आँखों में नमी सी है तेरे बगैर जिन्दगी में कुछ कमी सी है तेरे बगैर
जिस्म भी बोझ बन चूका अब तो बस साँसे थमी थमी सी है तेरे बगैर||
जिस्म भी बोझ बन चूका अब तो बस साँसे थमी थमी सी है तेरे बगैर||
2 comments:
अति सुंदर....वाह
बहुत बहुत शुक्रिया
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