शाख से टूटे पत्ते सा हो गया हूँ मैं
उड़ा ले जाती है तेरी हवा जिधर चाहे मुझे
खाली बर्तन सा हो गया है ये दिल भी मेरा
भाप बनकर उड़ जाते है अहसास सारे
खुद ही दिल के छाले फोड़ते है और खुद ही सी लेते है
जिन्दा जो रहना है गर तो कुछ तो करना होगा
वाह वाह तो सब करते है गहराई को कौन समझ पाया है
जो डूबा तो वो डूबा ही है बाहर भला कब आया है
जख्मी हो जिगर तो आरजुओं का बसर होता है
जख्म बोलते है कागज पर तो असर होता है
उड़ा ले जाती है तेरी हवा जिधर चाहे मुझे
खाली बर्तन सा हो गया है ये दिल भी मेरा
भाप बनकर उड़ जाते है अहसास सारे
खुद ही दिल के छाले फोड़ते है और खुद ही सी लेते है
जिन्दा जो रहना है गर तो कुछ तो करना होगा
वाह वाह तो सब करते है गहराई को कौन समझ पाया है
जो डूबा तो वो डूबा ही है बाहर भला कब आया है
जख्मी हो जिगर तो आरजुओं का बसर होता है
जख्म बोलते है कागज पर तो असर होता है
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