Wednesday, November 26, 2014

पानी और प्यास

पानी हमको पीना है
मिनरल या फिर फ़िल्टर
साफ़ पानी सुरक्षित पानी
खुद का बर्तन खुद का पानी||

पानी बड़ा या प्यास ?
विषय है ये बेहद ही ख़ास
प्यास है एक स्वाभाविक सी क्रिया
प्यास सभी को जगती है||

कभी मिल जाता पानी तो
कभी सूखे से तपती है
प्यास है तन के प्यास है मन की
प्यास आँखों की प्यास कुछ पाने की||

पानी चाहिए मीठा मीठा
हो तो फ़िल्टर या फिर मिनरल
प्यासा जब मरने को आता
कीचड़ से भी प्यास बुझाता||

प्यासे को पानी का मोल
बूंद बूंद अमृत अनमोल
पानी हमको पीना है
मिनरल या फिर फ़िल्टर||


सरिता पन्थी 

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